Thursday, 14 July 2016

समय से मुठभेड़ करती लघुकथाएँ / रूपसिंह चन्देल

आज एक मित्र से अचानक 'साक्षात्कार' का अप्रैल 2016 अंक मिल गया। मध्यप्रदेश संस्कृति परिषद द्वारा प्रकाशित यह स्तरीय साहित्यिक पत्रिका है। प्रस्तुत अंक में पृष्ठ 98-100 तक कथाकार मित्र माधव नागदा के लघुकथा संग्रह 'अपना अपना आकाश' की समीक्षा छपी है। समीक्षाकार हैं सुप्रसिद्ध उपन्यासकार भाई रूपसिंह चन्देल। इस अंक को प्रथम आवरण के चित्र से लेकर भीतरी रेखांकनों और अन्तिम  आवरण चित्र तक कवयित्री और चित्रकार प्रिय अनुप्रिया ने सजाया है। एक साथ मिली कई गुनी प्रसन्नता को आप सब के साथ शेअर कर रहा हूँ।



आवरण व रेखांकन : अनुप्रिया

समीक्षक : डॉ॰ रूपसिंह चन्देल

कथाकार : माधव नागदा