tag:blogger.com,1999:blog-3469604607014018885.post3377776188104772240..comments2024-01-13T02:57:09.093-08:00Comments on जनगाथा: उदात्त प्रेम की सहज कथालेखिका—डॉ॰ मिथिलेश कुमारी मिश्र / बलराम अग्रवालबलराम अग्रवालhttp://www.blogger.com/profile/04819113049257907444noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-3469604607014018885.post-38998162810277968412017-08-23T23:40:17.580-07:002017-08-23T23:40:17.580-07:00नाम वही, काम वही लेकिन हमारा पता बदल गया है। आदरणी...नाम वही, काम वही लेकिन हमारा पता बदल गया है। आदरणीय ब्लॉगर आपका ब्लॉग हमारी ब्लॉग डायरेक्ट्री में सूचीबद्व है। यदि आपने अपने ब्लॉग पर iBlogger का सूची प्रदर्शक लगाया हुआ है कृपया उसे यहां दिए गये लिंक पर जाकर नया कोड लगा लें ताकि आप हमारे साथ जुड़ें रहे।<br />इस लिंक पर जाएं :::::<br />http://www.iblogger.prachidigital.in/p/magazine-blogs.htmlRajender Singh Bishthttps://www.blogger.com/profile/01210964326971841551noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3469604607014018885.post-53520886277233233062017-04-11T03:27:03.024-07:002017-04-11T03:27:03.024-07:00नमन नमन विभा रानी श्रीवास्तवhttps://www.blogger.com/profile/01333560127111489111noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-3469604607014018885.post-59870472705382631562017-04-10T21:09:45.471-07:002017-04-10T21:09:45.471-07:00नारी मन और उद्दात प्रेम, सदृश्य देखने को मिला है इ...नारी मन और उद्दात प्रेम, सदृश्य देखने को मिला है इन लघुकथाओं में। पढ़ते हुए दृश्य का अपने आस-पास घटित होने जैसा लगा।<br />आपके द्वारा रचित साहित्यिक कृतियों को जानकर मन भाव से भर गया है। <br />मैं कल दिन भर ऑनलाईन तलाशती रही सामग्री लेकिन खाली हाथ ही रही। आपके द्वारा जारी यह आलेख सच्ची श्रद्धांजलि है। <br />LAGHUKATHA VRITT - RNI- MPHIN/2018/77276https://www.blogger.com/profile/10872997248363313917noreply@blogger.com